वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ आवश्यकत बातें....
ज्यादातर घर डबल स्टोरीज के बने होते हैं। नार्मल तौर पर सभी घरों में लकड़ी या फिर पत्थर की सीढ़ीयां बनी होती हैं। वास्तु के अनुसार घर में सीढ़ी बनाने की भी खास दिशा होती है। आज हम यहां बात करेंगे वास्तु के अनुसार घर में बनने वाली सीढ़ियों से जुड़ी कुछ खास बातें...
सही दिशा
घर की सीढ़ी हमेशा वेस्ट या फिर साउथ दिशा में होनी चाहिए। ध्यान रखें घर में सीढ़ी कभी भी नार्थ-इस्ट कोने में न बने, ऐसा करने से घरवालों को आर्थिक संकटों का सामना करना पड़ सकता है।
पॉजिटिव नंबर
घर की सीढ़ी हमेशा Even नंबर यानि 2,4,6,8 या 10 की गिनती में होनी चाहिए। ऐसा करने से घर में हमेशा पॉजिटिव माहौल बना रहता है।
सीढ़ीयों के नीचे किचन
बाथरुम और किचन को कभी भी सीढ़ियों के अंदर नहीं बनवाना चाहिए। ऐसा होने से किचन में बनने वाला खाना अपने पौष्टिक तत्व खो बैठता है। अन्न भगवान की खास देन है, सीढ़ियों पर पड़ने वाला पांव अगर किचन के ऊपर रखे जाएंगे तो अन्न देवता आपसे रुठ सकते हैं।
गोल-गोल सीढ़ियां
आज बहुत से लोग घर को अलग लुक देने के लिए गोल-गोल सीढ़ियों बनवाना पसंद करते हैं, मगर इस तरह की सीढ़ीयां घर में बनवाने से घरवालों की सेहत पर इसका बुरा असर डलता है।
बेसमेंट की सीढ़ी
घर की बेसमेंट के लिए हमेशा लकड़ी की सीढ़ी का इस्तेमाल करें। लकड़ी के अलावा लोहे या फिर किसी अन्य धातु की सीढ़ी बेसमेंट में इस्तेमाल करने से घर में अधिकतर लोगों का ब्लड प्रेशर लेवल हाई रहता है।
टूटी हुई सीढ़ी
घर में लकड़ी की टूटी हुई सीढ़ी रखने से घर के वास्तु दोष बिगड़ते हैं। सीढ़ी चाहे कोई भी हो उसका टूटा होना घर पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।